एन.आई.ओ.एस के द्वारा राजकीय बौद्धिक दिव्यांगजन पुनर्वास संस्थान को माध्यमिक पाठ्यक्रम में वंचितों की शिक्षा के लिए विशेष मान्यता प्राप्त संस्थान (एस ए आई ई डी) का दर्जा प्रदान किया गया
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलींग (एनआईओएस) ने माध्यमिक पाठ्यक्रम के लिए शैक्षणिक सत्र 2020 - 21 से शारीरिक एवं बौद्धिक दिव्यांग, सामाजिक और भौगोलिक रूप से अलग-थलग हाशिए पर रहने वाले एवं समाज के वंचित वर्गों जैसे स्ट्रीट चिल्ड्रन कामकाजी बच्चों और ग्रामीण महिलाओं के लिए राजकीय बौद्धिक दिव्यांगजन पुनर्वास संस्थान, चण्डीगढ़ को वंचितों की शिक्षा के लिए विशेष मान्यता प्राप्त संस्थान (एस ए आई ई डी) के रूप में मान्यता प्रदान की है।
इसे ध्यान में रखते हुए राजकीय बौद्धिक दिव्यांगजन पुनर्वास संस्थान ने पिछले सत्र अक्टूबर 2021 में 28 नामांकित छात्रों की अंतिम व्यावहारिक परीक्षा आयोजित की थी ।
मार्च 2022 के अगले सत्र में संस्थान ने लगभग 300 छात्रों के लिए अंतिम प्रैक्टिकल सफलतापूर्वक आयोजित किया। इस पाठ्यक्रम के समन्वयक संस्थान के विशेष विद्यालय की प्राचार्या डॉ. आर. वाणी रत्नम और सहायक समन्वयक श्री संदीप कुमार शर्मा (स्पेशल एजुकेटर) हैं।
इसके अलावा, राजकीय बौद्धिक दिव्यांगजन पुनर्वास संस्थान एस ए आई ई डी केंद्र संस्थान के विशेष विद्यालय के छात्रों के माता-पिता और ट्राइसिटी के अन्य बौद्धिक दिव्यांग छात्रों को एनआईओएस के माध्यमिक पाठ्यक्रम में उनके बच्चों को नामांकन के लिए पूरी जानकारियां और सहायता प्रदान कर रहा है और अक्टूबर 2020 में समाप्त होने वाले सत्र के लिए संस्थान के विशेष विद्यालय से ही करीब 40 से अधिक बौद्धिक दिव्यांग छात्रों को नामांकित किया गया है।
राजकीय बौद्धिक दिव्यांगजन पुनर्वास संस्थान, चण्डीगढ़ एनआईओएस से संचालित माध्यमिक शिक्षा से संबंधित सभी कार्यों और जिम्मेदारियों का निर्वाह सक्रिय रूप से कर रहा है।