राजकीय बौद्धिक दिव्यांग जन पुनर्वास संस्थान एक राज्य संस्थान है जो उत्तर भारत के बौद्धिक दिव्यांग आबादी की जरूरतों को पूरा करती है और उन्हें पुनर्वासित करने में मदद करती है।
पेशेवर के विचार
जाँच एवं निदान
प्रशिक्षित एचआरडी
राजकीय बौद्धिक दिव्यांग जन पुनर्वास संस्थान, सैक्टर 31-सी., चण्डीगढ़ में स्थित है। यहां इसके भवन का उदघाटन 13 अगस्त 2009 को किया गया था।
प्रतिदिन बौद्धिक दिव्यांग बच्चों के लिए क्लीनिक वाक् एवं भाषा चिकित्सा, व्यावसायिक चिकित्सा, भौतिक चिकित्सा और आरंभिक हस्तक्षेप।
बौद्धिक दिव्यांगता क्लीनिक का उद्देश्य बौद्धिक दिव्यांगों एवं संबद्ध शारीरिक एवं मनोवैज्ञानिक समस्याओं का मूल्यांकन एवं पहचान करना है। क्लीनिक का शुभारम्भ वर्ष 1998 में किया गया था। विषेषज्ञों की टीम में मनोचिकित्सक, मनोवैज्ञानिक, चिकित्सीय समाज सेवक एवं परिचारिका थे। वर्तमान में लगभग 13000 से अधिक केसेज की जांच की जा चुकी है।
दिव्यांगता प्रमाण पत्र हेतु फॅार्म
न्यूनतम 1000 विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को व्यापक शिक्षण एवं प्रशिक्षण उपलब्ध कराना।