राजकीय बौद्धिक दिव्यांगजन पुनर्वास संस्थान के विशेष विद्यालय के बच्चों का यहां के बाल विकास क्लीनिक में शिशु रोग विशेषज्ञ एवं मनोचिकित्सक के द्वारा मिर्गी एवं हाइपरएक्टिविटी (ए. डी. एच. डी.) एवं अन्य मनोरोग/ व्यवहार समस्याओं का मूल्यांकन किया जा रहा है।
इस क्लीनिक में गरीब बच्चों को निशुल्क दवाइयां दी जाती है।
लॉकडाउन के दौरान मनोचिकित्सक की सलाह से हाइपरएक्टिव एवं मिर्गी से प्रभावित इस संस्थान के विशेष विद्यालय के बच्चों को मुफ्त/ नि::शुल्क दवाइयां उनके घर तक पहुंचाई जा रही थी। ताकि, उनके माता-पिता को किसी भी तरह की असुविधा न हो।
महामारी के दौरान माता पिता के द्वारा इसकी काफी सराहना की गई थी। इस टीम में एक स्टाफ नर्स और एक अटेंडेंट शामिल थे।